दिल्ली में फरवरी 2020 में सीएए समर्थकों और विरोधियों के बीच की झड़प देखते ही देखते एक बड़े दंगे में तब्दील हो गई थी. इस दौरान सरकारी आंकड़े के मुताबिक कम से कम 53 लोगों की मौत हो गई थी और दंगे में करीब 700 लोग घायल हुए थे. दंगों का सबसे ज्यादा असर जिन इलाकों में देखा गया उनमें सीलमपुर (वार्ड नंबर 225), चौहान बांगर (वार्ड नंबर 227), मौजपुर (वार्ड नंबर 228), यमुना विहार (वार्ड नंबर- 232), सुभाष मोहल्ला (वार्ड नंबर 233) और नेहरू विहार सीट (वार्ड नंबर 244) शामिल हैं. इसके अलावा भी कई और इलाकों में दंगों का छिटपुट असर रहा. ताजा रूझानों के मुताबिक मौजपुर से बीजेपी आगे चल रही है.
सीलमपुर (वार्ड नंबर 225) से ही दिल्ली के दंगों की शुरुआत हुई थी. इसी इलाके में जाफराबाद मेट्रो स्टेशन भी आता है. जिसके नीचे की सड़क को एनआरसी-सीएए का विरोध करने वालों ने कई दिनों तक जाम किया था. जिसके कारण दंगे भड़के थे. यहां से निर्दलीय उम्मीदवार आगे है. चौहान बांगर (वार्ड नंबर 227) सीट पर इस बार मुख्य मुकाबला AAP और कांग्रेस के बीच बताया जाता है. इस सीट आप, कांग्रेस और बीजेपी ने मुसलमान चेहरों पर ही भरोसा किया था. यहां से कांग्रेस आगे है. मौजपुर (वार्ड नंबर 228) सीट से फिलहाल बीजेपी आगे चल रही है. यहां के लोगों ने सड़क जाम करने के खिलाफ विरोध किया, जिसके कारण दंगे और तेज हुए थे.
यमुना विहार (वार्ड नंबर- 232) भी दंगों की चपेट में तेजी से आया था. यहां पर मुख्य मुकाबला बीजेपी और AAP के बीच है. यहां से बीजेपी आगे है. सुभाष मोहल्ला (वार्ड नंबर 233) में इस बार बीजेपी, कांग्रेस और AAP के साथ ही AIMIM ने भी अपना उम्मीदवार उतारा है. यहां से बीजेपी आगे है. नेहरू विहार सीट (वार्ड नंबर 244) से पहले AAP के ताहिर हुसैन पार्षद थे. जो फिलहाल जेल में बंद हैं. परिसीमन के बाद इस वार्ड के वोटरों में बदलाव आया है. फिलहाल यहां से कांग्रेस आगे है.
वहीं, भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि चुनाव बाद के सर्वेक्षणों का अनुमान पूरी तरह से गलत था. उन्होंने कहा, ’15 साल के शासन के बाद भी भाजपा अपने काम के बलबूते अपना वोट प्रतिशत बरकरार रखने में कामयाब रही है. लोगों को समय से पहले जश्न मनाने से बचना चाहिए.’ भाजपा की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा, ’15 साल की सत्ता विरोधी लहर के बावजूद हमारा प्रदर्शन बेहतर है. हमने नगर निगमों में दिल्ली के लोगों के कल्याण के लिए काम किया, लेकिन शायद कुछ लोग खुश नहीं हैं. हालांकि, भाजपा के खिलाफ कोई नाराजगी नहीं है.’
दिल्ली भाजपा के उपाध्यक्ष विरेंद्र सचदेव ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा कि यह एक कड़ा मुकाबला होगा. उन्होंने कहा, ‘हालांकि, हम चुनाव बाद के सर्वेक्षणों को गलत साबित करेंगे और भाजपा लगातार चौथे कार्यकाल के लिए एमसीडी की सत्ता में आएगी.’ इस बीच, ‘आप’ के कार्यालय में जश्न का माहौल है. पूरे परिसर को गुब्बारों से सजाया गया है और वहां लाउडस्पीकर पर देशभक्ति के गीत बजाए जा रहे हैं.
पार्टी कार्यालय में गुब्बारे फुला रहे एक ‘आप’ कार्यकर्ता ने कहा, ‘इस बार एमसीडी में ‘आप’ ही आएगी, हमको पूरा भरोसा है.’ नतीजों के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के लोगों को संबोधित करने की संभावना है. दिल्ली नगर निगम के 250 वार्डों के लिए चार दिसंबर को चुनाव हुआ था, जिसमें 1,349 उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में कैद हो गई थी.
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